मशहूर ऐक्टर मनोज कुमार की हाल ही में मृत्यु होगी है

मनोज कुमार भारतीय सिनेमा के एक मशहूर अभिनेता, लेखक और निर्देशक हैं, जो खासतौर पर देशभक्ति से जुड़ी फिल्मों के लिए जाने जाते हैं। उनका असली नाम हरिकिशन गिरी गोस्वामी है और उनका जन्म 24 जुलाई 1937 को हुआ था।

मनोज कुमार की उम्र  –

मनोज कुमार का जन्म 24 जुलाई 1937 को हुआ था और उनका निधन 4 अप्रैल 2025 को हुआ। इस हिसाब से उनकी उम्र 87 साल थी

मनोज कुमार की प्रमुख फिल्में

  1. शहीद (1965) – भगत सिंह के जीवन पर आधारित

  2. उपकार (1967) – “मेरे देश की धरती” गाने के लिए मशहूर

  3. पूरब और पश्चिम (1970) – भारतीय संस्कृति और पश्चिमी प्रभाव पर आधारित

  4. रोटी कपड़ा और मकान (1974) – सामाजिक और आर्थिक समस्याओं पर केंद्रित

  5. क्रांति (1981) – स्वतंत्रता संग्राम पर आधारित

उन्हें “भारत कुमार” के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि उन्होंने कई देशभक्ति से जुड़ी फिल्में बनाईं। 1992 में उन्हें पद्म श्री और 2015 में दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

Actor Navdeep, Co Founder C Space Along With Rakesh Rudravanka – CEO – C Space

प्रसिद्ध भारतीय अभिनेता और फिल्म निर्माता मनोज कुमार का निधन 4 अप्रैल 2025 को मुंबई के कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल में हुआ, जहां वे पिछले कुछ सप्ताह से भर्ती थे। उनकी अंतिम यात्रा 5 अप्रैल को मुंबई में संपन्न होगी। मनोज कुमार को उनकी देशभक्ति पर आधारित फिल्मों के लिए जाना जाता था, जिसके कारण उन्हें ‘भारत कुमार’ के नाम से भी पहचाना जाता

मनोज कुमार की कुल संपत्ति के बारे में विभिन्न स्रोतों में अलग-अलग आंकड़े प्रस्तुत किए गए हैं। कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार, उनकी संपत्ति लगभग $20 मिलियन (लगभग ₹150 करोड़) आंकी गई है। वहीं, कुछ अन्य स्रोतों में यह आंकड़ा ₹12 करोड़ (लगभग $1.5 मिलियन) बताया गया है। इन भिन्नताओं के बावजूद, यह स्पष्ट है कि अपने सफल फिल्मी करियर के दौरान उन्होंने महत्वपूर्ण संपत्ति अर्जित की थी।

मनोज कुमार और उनकी पत्नी शशि गोस्वामी के दो पुत्र हैं:

  1. कुणाल गोस्वामी: वे एक अभिनेता हैं और हिंदी फिल्मों में काम कर चुके हैं।

  2. विशाल गोस्वामी: वे भी अभिनय क्षेत्र में सक्रिय रहे हैं, हालांकि उन्हें अपने पिता जैसी सफलता नहीं मिली।

उनकी कोई पुत्री नहीं है।

मनोज कुमार से जुड़ी कुछ रोचक बातें

  1. फिल्मों में आने की प्रेरणा – दिलीप कुमार के प्रशंसक होने के कारण उन्होंने अपना नाम “मनोज कुमार” रखा, जो दिलीप कुमार की फिल्म शबनम (1949) के किरदार का नाम था।

  2. लेखन और निर्देशन – वे सिर्फ एक बेहतरीन अभिनेता ही नहीं, बल्कि लेखक और निर्देशक भी थे। उनकी फिल्म उपकार (1967) भारत सरकार की अपील पर बनाई गई थी और यह सुपरहिट साबित हुई।

  3. अमिताभ बच्चन पर प्रभाव – मनोज कुमार की फिल्म रोटी, कपड़ा और मकान (1974) में अमिताभ बच्चन ने एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। इस फिल्म ने अमिताभ की पहचान को और मजबूत किया।

  4. सेंसर बोर्ड विवादओम शांति ओम (2007) में उनके चलने के अंदाज की नकल किए जाने पर वे नाराज हुए और उन्होंने फिल्म के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। बाद में शाहरुख खान ने माफी मांगी।

  5. राजनीति से जुड़ाव – वे अटल बिहारी वाजपेयी से प्रभावित थे और एक बार लोकसभा चुनाव लड़ने का प्रस्ताव भी मिला था, लेकिन उन्होंने राजनीति में शामिल न होने का फैसला किया।

  6. दादा साहेब फाल्के पुरस्कार – 2015 में उन्हें भारतीय सिनेमा के सबसे बड़े सम्मान दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से नवाजा गया।

  7. मनोज कुमार ने कई यादगार और देशभक्ति से जुड़ी फिल्में दीं। उनकी कुछ सबसे प्रसिद्ध फिल्में ये हैं:

    1. शहीद (1965)

    • भगत सिंह के जीवन पर आधारित इस फिल्म में मनोज कुमार ने मुख्य भूमिका निभाई थी।

    • “सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है…” जैसे जोशीले संवाद और गाने मशहूर हुए।

    2. उपकार (1967)

    • इस फिल्म को भारत सरकार की अपील पर बनाया गया था और इसमें “जय जवान, जय किसान” का संदेश दिया गया।

    • गाना: “मेरे देश की धरती सोना उगले…”

    3. पूरब और पश्चिम (1970)

    • यह फिल्म भारतीय संस्कृति और पश्चिमी प्रभाव की तुलना पर आधारित थी।

    • गाना: “है प्रीत जहाँ की रीत सदा…”

    4. रोटी, कपड़ा और मकान (1974)

    • यह फिल्म बेरोजगारी, गरीबी और सामाजिक असमानता के मुद्दों पर बनी थी।

    • गाना: “और नहीं बस और नहीं…”

    5. क्रांति (1981)

    • स्वतंत्रता संग्राम पर आधारित इस फिल्म में दिलीप कुमार, शत्रुघ्न सिन्हा और हेमा मालिनी जैसे बड़े कलाकार भी थे।

    • गाना: “जिंदगी की ना टूटे लड़ी…”

    इन फिल्मों के अलावा हरियाली और रास्ता (1962), वो कौन थी? (1964), सावन की घटा (1966) और संतोषी मां (1975) भी काफी लोकप्रिय रहीं।

Leave a Comment